शुक्रवार, 14 जनवरी 2011

सिटी बैंक घोटाला

 सिटी बैंक की गुड़गांव शाखा में 400 करोड़ रूपए से ज्यादा के घोटाले का मामला सामने आया है। मामले में बैंक ने एक एफआईआर भी दर्ज कराते हुए आतंरिक जांच भी शुरू कर दी है। बीते 20 वर्षाें में किसी विदेशी बैंक में इस तरह के बड़े घोटाले की यह पहली घटना है। सिटी बैंक की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, 400 करोड़ की यह हेरफेर करीब 20 बड़े खातों से की गई। यहां उन ग्राहकों को चूना लगा, जिनका 4 से पांच करोड़ रूपए नेटवर्थ है। सफाई से हाथ साफ
सूत्रों के मुताबिक, इस शाखा में तैनात कर्मचारी शिवराज पुरी ने इन बड़े खाता धारकों के खातों में बड़ी चालाकी से हेरफेर किया। पुरी ने ग्राहकों को झूठे दावे कर कंपनी के नाम पर एक गैर आधिकारिक प्रोडक्ट को बेचा। इस घोटाले में शिवराज के अलावा और भी कर्मचारियों की मिलीभगत भी हो सकती है।
सिटी बैंक की एशिया पैसिफिक फ्रॉड रिस्क मैनेजमेंट टीम भारत आ चुकी है।  यह घोटाला तब सामने आया जब बैंक के एक बड़े ग्राहक ने एक अति वरिष्ठ अधिकारी से बातचीत के दौरान बताया कि उन्होंने बैंक से एक ऎसा प्रॉडक्ट खरीदा है जो उन्हें 3 महीने के अंदर 21 रिटर्न देगा।

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