मंगलवार, 14 दिसंबर 2010

राजा की पैरवी

राजा की पैरवी

सुनील मित्तल के करीबी तरुण दास को राडिया ने खबर दी कि राजा को मंत्रिमंडल में ले लिया गया है और वे वैसा ही करेंगे, जैसा हम चाहेंगे।

राडिया- .. उन्होंने (मनमोहन सिंह) राजा के लिए इशारा (डीएमके को) कर दिया है।

दास- ..लेकिन वे काफी अलोकप्रिय हैं। नहीं, ऐसा सिर्फ सुनील (सुनील मित्तल) समझते हैं। आप विश्वास करिए, वे (राजा) वैसा ही करेंगे जैसा हम चाहेंगे। राजा ने वादा किया है कि वे सुनील से बात करके सारा मामला सुलझा लेंगे। आप वह सब मुझ पर छोड़ दीजिए।

राडिया ने तरुण दास को कमलनाथ के बारे में बताया कि वे कर्मठ हैं और अपना 15 फीसदी हिस्सा (कमीशन) बना ही लेते हैं। राडिया ने कहा कि रतन टाटा मारन को लेकर चिंतित थे कि कहीं उन्हें टेलीकॉम मंत्री न बना दिया जाए। राजा के आने पर वे खुश हैं।

(तरूण दास : सीआईआई के पूर्व प्रमुख)

जैसा तुमने (राडिया) बताया था वैसा ही लिखा ना

वीर सांघवी की राडिया से बातचीत

अब तक : हिंदुस्तान टाइम्स के सलाहकार वीर सांघवी ने कहा था कि उन्होंने कॉलम को लेकर राडिया से जो बातें कीं, वे सिर्फ सूचना हासिल करने के लिए थीं।

नए टेप्स : सांघवी- जैसा तुमने बताया था वैसा ही लिखा। ताकि संसाधनों (गैस) को लेकर लोगों में एक नजरिया बने।

राडिया- बहुत अच्छा, धन्यवाद वीर।

सांघवी- मैंने ऐसा लिखा कि वह मनमोहन सिंह के लिए अर्जी लगे, न कि अंबानी भाइयों का विवाद।

(अपने सहयोगी को राडिया ने वीर सांघवी के लिए प्रश्न तैयार करने को कहा और बताया कि वीर सांघवी कुछ इंटरव्यू लेना चाहते हैं। इसमें पहला मुकेश अंबानी का होगा और दूसरा रतन टाटा का। इसमें वे वही प्रश्न पूछेंगे, जैसा हम कहेंगे।)

बरखा ने बनवाया राजा को मंत्री

(राडिया की अपने किसी साथी से बातचीत)

अब तक : एनडीटीवी की ग्रुप एडिटर बरखा दत्त ने राडिया को केवल सूत्र बताया था और कहा था कि राजा को मंत्री बनवाने के लिए उन्होंने किसी कांग्रेस नेता से बात नहीं की।

नए टेप्स : राडिया- कांग्रेस ने तो थैंक गॉड बयान दे दिया, बरखा ने ये सब करवा दिया। (राजा को मंत्रिमंडल में लिए जाने की घोषणा पर)

अंजान साथी- हां, वो मैंने देख लिया। आ गया ना मनीष तिवारी का..(कांग्रेस प्रवक्ता के बयान के बाद)।

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